ये कोरोना नामकी बिमारी से पीछा ही नहीं छुट रहा दोस्तो अबतो घर के अंदर रह-रह कर ऐसा लगने लगा कि किसी गुनाह की सजा काट रहे है और घर रूपी जैल में किसी कैदी की भाती ही जी रहे है. खूली हवा मे सास लेने मे भी डर सा लगने लगा है कि कही कोरोना तो नही हो जाएगा. हर उस वस्तु को घर लाने से पहले हजार बार सोचना पड़ता है उसे लाए या न लाए कही उसके साथ कोरोना तो नही आ जाएगा , घर के सदस्य अगर मामुली सी छीक भी मारे तो पड़ोसी दूर होने लगते हैं कहि कोरोना तो नहीं हो गया. ये कोरोना- कोरोना सुनते- सुनते वर्ष भी बितने लगा अबतो, लेकिन ये कोरोना का कोई सामाधान न मिला. बस मिला है तो सवाल कि मास्क कब पहने, क्यो पहने, कोरोना न हो इसके लिए क्या करे, क्या न करे दोस्तो आज हम इन्हीं सवालो के जवाब आप तक लाए है जरा गौर से पढ़िएगा....
पहली बार इंसानों में देखा गया
कोविड-19 यानि के कोरोना एक ऐसी बीमारी है, जिसे इंसान में पहले कभी नहीं देखा गया था. यह पहली बार इंसानो में देखा गया . यह तो हम सब ही जान चुके हैं कि इस महामारी का पहला मामला चीन से आया था. और इसकी फैलने कि शूरूआत दिसंम्बर 2019 से हूई जिसके चलते कोरोना को कोविड-19 कोरोना वायरस नाम दिया गया.
कोविड-19 कैसे फैलता है?
किसी भी व्यक्ति को कोविड-19 उन लोगों से हो सकता है जिनमें इस वायरस का संक्रमण पहले से है. जब कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति खांसता, छीकता है या सांस छोड़ता है तो उसके नाक या मुंह से निकली छोटी-छोटी बूंदों से यह रोग दूसरे में फैल सकता है.
संक्रमित व्यक्ति के खांसने या सांस छोड़ने से निकली बूंदों को दूसरे व्यक्ति के सांस के जरिए अंदर लेने से भी संक्रमन फैलता हैं. इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि बीमार व्यक्ति से 3-6 फीट या 1-2 मीटर दूर रहा जाए.
कोविड-19 के लक्षण क्या हैं?
कोविड-19 के मुख्य लक्षण बुखार, खांसी और सांस लेने में समस्या है. बीमार को थकान, बदन दर्द और नाक जाम होना, गले में खराश और उल्टी-दस्त की समस्या भी हो सकती है, हालांकि आजकल तो लोग बिना लक्षण के ही संक्रमित हो जाते हैं, उनको कोई भी लक्षण नहीं होते इससे संक्रमित होने वाले अधिकांश लोगों को किसी विशेष इलाज की जरूरत नहीं होती लेकिन कुछ लोग बेहद गंभीर रूप से बीमार हो जाते हैं और उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगती है.
शायद मैं बीमार हो गया हूं तो मुझे क्या करना चाहिए?
- आपको लगता है कि आप कोविड-19 के संक्रमण में आ गए हैं और बुखार या कफ और सांस लेने में परेशानी जैसे दूसरे लक्षण पैदा हो रहे हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें.
- अगर आपको ये लक्षण हैं तो आप घर पर ही रहें और दूसरों से जहां तक हो सके दूरी बनाए रखें बहुत से लोग घर पर ही ठीक हो जाते हैं, लेकिन अगर आपको लगे कि स्थित ज्यादा खराब हो रही है तो अवश्य उपयुक्त इलाज हासिल करें
- अगर आप किसी डॉक्टर के पास या अस्पताल जाते हैं तो पहले ही बता दें कि आपको कोविड-19 हो सकता है ताकि स्वास्थ्य सेवा देने वाले खुद को सुरक्षित रख सकें
कोविड-19 का सबसे ज्यादा खतरा किन लोगो को है?
कोविड-19 से किसी भी उम्र के लोग संक्रमित हो सकते हैं, लेकिन कुछ लोगों को इस बीमारी से बहुत अधिक प्रभावित होने का खतरा होता है.
- बुजुर्ग लोग
- छोटे बच्चे
- जिन लोगों को पहले से हृदय रोग, मधुमेह और फेफड़ों की गंभीर समस्या आदि हो
‘सोशल डिस्टेंस’ बनाए रखने का क्या मतलब है?
- दूसरों से दूरी बना कर रहें कमसेकम 3-6 फीट या 1-2 मीटर की दूरी बनाये
- सार्वजनिक वाहन, टैक्सी या राइड शेयर वाली गाड़ियों का इस दौरान प्रयोग नहीं करें
- भीड़ वाली जगहों जैसे- शॉपिंग सेंटर, स्कूल, कार्यस्थल, सिनेमा हॉल और मंदिर, मस्जिद व चर्च जैसे धार्मिक स्थल जाने से बचें
कोविड-19 का कोई टीका, दवा या इलाज है?
ये तो आप जान चुके है की इसकी दवा अब तक नहीं आई है. बाबा राम देव ने दवा बनने दावा तो किया लेकिन उसका भी अभी कुछ खास पता नहीं चला है. कोविड-19 से बचाव के लिए कोई टीका या इसके इलाज के लिए कोई विशेष दवा अभी तक नहीं है.
मास्क संबंधी नई गाइडलाइंस
- जहां संक्रमण ज़्यादा है, वहां लोगों को हर हाल में मास्क पहनना चाहिए. भीड़भाड़ वाली जगहों में भी मास्क पहनना बेहद ज़रूरी है.
- सभी स्वस्थ लोगों को तीन परतों वाला फैब्रिक मास्क पहनना चाहिए. जो लोग बीमार हैं, वो मेडिकल ग्रेड का मास्क पहने.
- जिन जगहों पर संक्रमण का स्तर बहुत ज़्यादा है, वहां सभी लोगों को मेडिकल-ग्रेड का मास्क इस्तेमाल करना चाहिए.
- अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही मरीजों और वहां मौजूद सभी लोगों को मेडिकल- ग्रेड का मास्क पहनना चाहिए.
इस्तमाल कैसे करें मास्क?
- मास्क पहनने से पहले अपने हाथों को ज़रूर साफ़ कर लें. एल्कोहॉल बेस्ड सेनेटाइज़र या साबुन से हाथों को अच्छी तरह साफ़ करें.
- मास्क ऐसे पहने की मुंह और नाक पूरी तरह ढकें
- मास्क पहनते समय मास्क को ना छुएं. मास्क की बेल्ट से ही उसे पहनें.
- मास्क को जितनी जल्दी-जल्दी हो सके बदलते रहें और कोशिश करें कि सिंगल-यूज़ मास्क को री-यूज़ करने से बचें.
- जब आप मास्क उतार रहे हों तो उसे पीछे की ओर से उतारें. सामने की तरफ़ से उसे हाथ ना लगाएं. मास्क को उतारने के तुरंत बाद उसे डिस्कार्ड कर दें. इस्तेमाल किये गए मास्क को ढक्कन वाले कूड़ेदान में ही डालें. अगर आपका मास्क कपड़े का है तो उसे अच्छी तरह समय-समय पर धोते रहे.
दोस्तों आप सब सुरक्षित रहे और अपने परिवार को भी सुरक्षित रखे. जितना हो सके घर पर ही रहे अगर बहुत जरुरी न हो तो बाहर न निकले
Post a Comment