भारत के प्रसिद्ध मंदिर इस प्रकार है
माता वैष्णो देवी
माता वैष्णो देवी, का नाम तो आप सभी ने सुना ही होगा जिन्हें माता रानी के नाम से भी जाना जाता है. माता के दरबार में हर साल माता का आशीर्वाद लेने कई श्रधालु आते है.इस मंदिर में तीर्थयात्री लगभग 13 किमी तक पैदल चलकर छोटी गुफाओं तक पहुँचते हैं जो 108 शक्तिपीठों में से एक है.
यहाँ की प्रसिद्ध मान्यता है कि
जब वैष्णो देवी माता के नाम की आवाज़ सुनते हैं तो श्रद्धालु उन के दर्शन करने के लिए कठिन से कठिन यात्रा को भी पूरा करने में सक्षम होते हैं.
वैष्णो देवी मंदिर केसे पहुचें
वैष्णो देवी का मंदिर की यात्रा आप साल में एक या दो बार कर सकते हैं. यह एक अद्भुत जगह है और अगर आपको अपनी ऊर्जा पर पूरा विश्वास है तो आपको माता के दर्शन बहुत अच्छे से होंगे. जम्मू और कश्मीर में पहुंचने के लिए आपको ट्रेन या फ्लाइट करनी पड़ेगी. माँ वैष्णो देवी का मंदिर के दर्शन करने के लिए आप रेलवे स्टेशन से ही कैब, टैक्सी या बस हायर करके कटरा तक पहुंच सकते हैं. जिसके बाद से आपको लगभग 13 किलोमीटर की चढ़ाई करनी होगी.
केदारनाथ मंदिर
केदारनाथ मंदिर भारत के सबसे प्रतिष्ठित और पवित्र हिंदू मंदिरों में से एक है. 3,583 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में सबसे ऊंचा है और यह भगवान शिव को समर्पित है. आपको बता दे कि यह गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ के अलावा छोटा चार धाम में भी शामिल है.
केदारनाथ मंदीर की खास बात है
यह मंदिर सिर्फ अप्रैल से नवंबर महीने के बीच ही दर्शन के लिए खुलता है और सालभर लोग केदारानाथ मंदिर में आने के लिए इंतजार करते हैं. सर्दी के दिनों में केदारघाटी बर्फ से पूरी तरह ढंक जाती है.
केदारानाथ केसे जाएँ
ऋषिकेश केदारनाथ का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है जिसके बीच की दूरी 216 किमी है. एक बार जब ऋषिकेश पहुंच जाते है तो यहाँ से गौरीकुंड पहुंचने के लिए आप टैक्सी या बस की सर्विस ले सकते हैं. यहाँ पहुचने के बाद आपको केदारनाथ पहुचने के लिए 14 किमी की पैदल यात्रा करनी होती है.
काशी विश्वनाथ मंदिर
काशी विश्वनाथ वराणसी, उत्तर प्रदेश में स्थित है.भगवान शिव के नाम से प्रसिद्ध यह मंदिर भारत के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है. 1780 में अहिल्याबाई द्वारा इस मंदिर का निर्माण किया गया था. पवित्र गंगा नदी में स्नान द्वारा पापों से मुक्ति मिल जाने का विश्वास रखने वाले लोगों के लिये यह मंदिर अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है.
भगवान जगन्नाथ मंदिर
भगवान जगन्नाथ पुरी, ओडिशा में स्थित है.भगवान जगन्नाथ मंदिर, 120 मंदिरों के आवास के साथ, यह भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है. 12 वीं सदी में बनाया गया यह मंदिर वार्षिक रथ यात्रा के लिए बहुत लोकप्रिय है. अनुयायियों का मानना है कि यहाँ पर देवी लक्ष्मी द्वारा महाप्रसाद बाँटा गया था और जिन्होंने इस प्रसाद को ग्रहण किया उनको आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति हुई थी.
वेंकटेश्वर तिरुपति बालाजी मंदिर
यह मंदिर आंध्र प्रदेश में स्थित है. तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है, यहाँ पर प्रतिवर्ष लगभग 40 मिलियन आगंतुक आते हैं. यह देश का दूसरा सबसे धनी मंदिर भी है. इसका निर्माण कृष्णदेव राय के शासन काल में किया गया था.विशेष अवसरों पर, मंदिर में लगभग 5 लाख तीर्थयात्री आते हैं.
सोमनाथ मंदिर
यह मंदिर गुजरात में है.सोमनाथ मंदिर को भगवान शिव के प्रथम ज्योतिर्लिंग के रूप में सम्मानित किया गया है. ऐसा माना जाता है भगवान शिव के अभिशाप से मुक्त होने के बाद चंद्रदेव ने इस मंदिर का निर्माण किया था. तब से इस मंदिर की कई बार मरम्मत भी की जा चुकी है.
कामख्या देवी मंदिर
कामख्या देवी यह असम में है. कामख्या देवी के नाम से जाना जाने वाला यह मंदिर, 51 शक्ति पीठों में से सबसे पुराना मंदिर है. तांत्रिक उपासकों के लिए सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ है. कामख्या देवी को सभी इच्छाओं की प्राप्ति की आस्था रखने वाले, पूजा के रूप में देवी पर बकरियों की बलि चढ़ाते हैं.
कामाख्या देवी मंदिर केसे पहुचें
सिद्धिविनायक मंदिर
यह मंदिर महाराष्ट्र के मुंबई मे स्थित है यह मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर भगवान गणेश का एक प्रमुख मंदिर है, इसका निर्माण 1801 में किया गया था. मंदिर परिसर की आंतरिक छत सोने की तथा लकड़ी के दरवाजे अष्टविनायक की छवियों को तराश कर बनाये गये हैं.
रामनाथस्वामी मंदिर (रामेश्वरम)
यह मंदिर दक्षिण भारत के तोमिलनाडु मे स्थित सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक, रामनाथस्वामी मंदिर भगवान शिव का निवास माना जाता है.यह देश में भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है. इस मंदिर के गर्भगृह में एक सीता देवी द्वारा निर्मित और एक भगवान हनुमान द्वारा निर्मित, दो शिवलिंग हैं.
शिर्डी साईं बाबा मंदिर
शिर्डी महाराष्ट्र में स्थित है साईं बाबा का यह पवित्र मंदिर भारत का तीसरा सबसे धनी मंदिर माना जाता है. शिर्डी- साईं बाबा की जन्म भूमि है, इसलिए, उनके अनुयायियों द्वारा यह तीर्थ स्थल के रूप में मानी जाती है. कई धर्मों के मानने वाले लाखों भक्त, प्रतिवर्ष इस मंदिर में दर्शन के लिये आते हैं.
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